Papaya Farming:- बागवानी की कई फसलें ऐसी हैं, जिन्हें उत्पादन कर किसान सालाना लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं। पपीते की खेती भी इसी कैटेगरी में आती है। पपीता की खेती सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश में की जाती है। पपीता एक ऐसा फल है, जो पूरा साल मार्किट में बिकता है। पपीता मार्केट में 30 से 40 रुपये प्रति किलो के भाव में मिल जाता है।
लोग बड़ी संख्या में पपीते की खेती करते है, आपको बता दे की Papaya Farming करके आप भी मालामाल हो सकते हैं। जी हां एक्सपर्ट्स का कहना है कि पपीते की खेती आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है। किसान पपीते की बुवाई कर 4 से 6 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर आसानी से कमा सकते हैं। आइए जानते है, “पपीता की खेती” के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से।
Papaya Farming की मुख्य बिंदु
पपीता की खेती से मोटी कमाई की जा सकती है। इसे आप एक बार लगाकर 2 से 3 साल तक फल पा सकते हैं। आप हाइब्रिड किस्म की बीजों का इस्तेमाल करते हैं तो आपका उत्पादन और बढ़ जाएगा। कम उत्पादन में भी आपकी सालाना औसतन कमाई 15 लाख रुपये के करीब तो हो ही जाएगी। कई तरह के स्वास्थ्य फायदों की वजह से पपीते की मांग भी खूब रहती है, और कीमत भी अच्छी मिलती है।
Papaya Farming कैसे करे?
पपीते की फसल उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में की जाती है। इसकी अलग अलग किस्मे मौजूद हैं, जिन्हें जून से जुलाई, अक्टूबर से नवंबर तक और फरवरी से लेकर मार्च तक बोया जाता है। पपीते ही बुआई के बाद उसकी की खेती करते समय पानी की सिचाई का ध्यान रखा जाता है। पानी की कमी होने पर पपीते का पौधा मुरझा सकता है। आपको इस बात का भी ध्यान रखना है, उस जगह भी पपीते की खेती नहीं करनी चाहिए।
जहां पानी इकठा हो रहा है। इसके अलावा बीज की बुआई एक सेंटीमीटर की गहराई पर होनी चाहिए। पपीते की अच्छी उपज पाने के लिए 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तक तापमान होना जरुरी है।
Papaya Farming सबसे ज्यादा उत्पादन आंध्र प्रदेश में
पपीते का सबसे ज्यादा उत्पादन आंध्र प्रदेश में किया जाता है। क्योंकि यहां की मिट्टी और जलवायु पपीता के उत्पादन के लिए काफी बेहतर हैं। आंकड़ों के अनुसार देश में कुल उत्पादित होने वाले पपीते में अकेले आंध्र प्रदेश 26.17 प्रतिशत का उत्पादन करता है।
Papaya Farming से होने वाला मुनाफा
अब आपको बताते है, पपीते की खेती से होने वाले मुनाफे के बारे में अगर आप एक हेक्टेयर भूमि में 3 हजार तक पपीते के पौधे लगते हैं, और एक पपीते के पौधे से आप साल में करीब 50 किलो या उससे भी फल पा सकते हैं। इसी तरह अगर एक हेक्टेयर के उत्पादन को देखें तो आपको 3000 पौधों से करीब 1,50,000 किलो की पैदावार मिलेगी। अगर जमीन आपकी अपनी है तो सिंचाई, उन्नत किस्म के बीज, निराई गुड़ाई आदि का खर्च लगाकर 1.5-2 लाख रुपये से अधिक नहीं होगा।
इसके अलावा अगर जमीन भी किराए पर लेनी पड़े तो भी एक हेक्टेयर जमीन 1-1.5 लाख रुपये किराए पर मिल जाएगी। कुल मिलाकर आपको साल में 15 लाख रुपये तक की कमाई होगी।
पपीते से होने वाले लाभ
- पपीता हमारे शरीर के लिए लाभकारी है।
- पपीते में विटामिट ए और सी पाया जाता है।
- वहीं इसमें पपेन नाम का एंजाइम होता है, जो शरीर की अतिरिक्त चर्बी घटाने का काम करता है।
- इससे कोलेस्ट्रोल भी कम होता है, और रोग प्रतिरक्षा क्षमता भी बढ़ती है।
- इतना ही नहीं यह पाचन के लिए बहुत ही अच्छा होता है।
- अगर महिलाओं को पीरियड्स में दर्द होता है, तो पपीता खाने से राहत मिलती है।
- विटामिन ए आंखों की रोशनी के लिए अच्छा होता है, जो इसमें प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
Conclusion
आज की इस पोस्ट में हमने आपको “Papaya Farming” के बारे में जानकारी दी है। आशा करते है, कि आपको दी गई पूरी जानकारी पसंद आई होगी।
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